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भारत में सबसे युवा मुख्यमंत्री एम ओ एच फारूक को आप कितना जानते हैं

On: September 6, 2020 6:34 PM
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भारत में सबसे युवा मुख्यमंत्री एम ओ एच फारूक को आप कितना जानते हैं

भारत में सबसे कम उम्र के मुख्यमंत्री एम ओ एच फारूक की आज 83वीं जयंती है। वे एक ईमानदार छवि के राजनेता थे। उन्होंने तीन बार पुदुचेरी का मुख्यमंत्री का दायित्व निभाया। तीन बार वे लोकसभा के लिए चुने गए। पीवी नरसिम्हा राव के मंत्रिमंडल में उन्हें केंद्रीय राज्यमंत्री बनाया गया। इस पोस्ट में जानते हैं! भारत के सबसे युवा मुख्यमंत्री और झारखंड के सातवें राज्यपाल एम ओ एच फारूक का जीवन परिचय।

M O Hasan Farook Maricar
एम ओ एच फारूक मरिकार

प्रारंभिक जीवन

उनका जन्म आज ही के दिन 6 सितंबर 1937 को पुदुचेरी में हुआ था। उनका पूरा नाम एम ओ हसन फारुक मरिकार था।  स्वतंत्रता के बाद भी पुदुचेरी फ्रांसिसियों के अधीन था। उन्होंने 1953-54 के दौरान पांडिचेरी को मुक्त करने के लिए एक छात्र के रूप में संघर्ष में भाग लिया।

राजनीतिक जीवन

• वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के ईमानदार छवि के राजनेता थे।

झारखंड के सातवें राज्यपाल

22 जनवरी 2010 को  उन्हें झारखंड का राज्यपाल नियुक्त किया गया। वे 4 सितंबर 2011 तक झारखंड के राज्यपाल रहे। झारखंड में नियुक्ति विवादों में रहा है। परंतु 2010 में हाई स्कूल शिक्षक की नियुक्ति और 2012 में प्लस टू शिक्षक की नियुक्ति निर्विवादित रहा है। 2010 में जब हाईस्कूल में बड़े पैमाने (तकरीबन 2000 शिक्षक) पर पर भ्रष्टाचार मुक्त स्वच्छ तरीके से शिक्षक नियुक्ति हुई। तब उस समय एम ओ एच फारूक ही राज्यपाल थे। उस समय झारखंड में राष्ट्रपति शासन लागू था। साफ-सुथरे तरीके से शिक्षक नियुक्ति का सारा श्रेय राज्यपाल एम ओ एच फारूक को ही जाता है।

पुडुचेरी के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य

• एम ओ एच फारूक पुदुचेरी में तीन बार मुख्यमंत्री रहे।
• पहली बार 1967 से 1968 में,
दूसरी बार 1969 से 1974 तक और तीसरी बार 1985 से 1990 तक।
• भारतीय राजनीतिक इतिहास में सबसे कम उम्र में मुख्यमंत्री बनने का गौरव उन्होंने ही हासिल किया है।
• और यह रिकॉर्ड अब तक कायम है।
• 1967 में जब वे पहली बार पुडुचेरी के मुख्यमंत्री बने तब उनकी उम्र मात्र 29 वर्ष सात माह की थी।
• हालांकि पुदुचेरी एक केंद्र शासित प्रदेश है।
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भारत में सबसे युवा मुख्यमंत्री

• किसी राज्य में सबसे कम उम्र के मुख्यमंत्री के रूप में झारखंड के पुर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा का नाम दर्ज है। वह मात्र 35 वर्ष 8 माह में मुख्यमंत्री बने थे।
• पेमा खांडू दूसरे सबसे कम उम्र के मुख्यमंत्री हैं। वे मात्र 36 साल 10 माह की उम्र में अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री बने थे।
• उसके बाद अखिलेश यादव का नाम दर्ज है। जिन्होंने 38 साल की उम्र में उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री का कार्य संभाला।
• उमर अब्दुल्ला भी 38 वर्ष की उम्र में जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री बने थे।
• हेमंत सोरेन लगभग 39 साल की आयु में मुख्यमंत्री बनने वाले झारखंड के दुसरे सबसे युवा और भारत में छठे युवा मुख्यमंत्री हैं।

लोक सभा सदस्य के रूप में

• वे पुदुचेरी से तीन बार 1991, 1996 और 1999 में लोकसभा के लिए चुने गए।
• वे 1991-92 में प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव के मंत्रिमंडल में केंद्रीय उड्डयन राज्यमंत्री भी रहे।
• 1975 से मुंबई में केंद्रीय हज समिति के सदस्य के रूप में कार्य किया।

राजदूत के रूप में सेवा

• एम ओ एच फारूक ने सऊदी अरब में भारत के राजदूत के रूप में भी अपनी सेवाएं दी।

निधन

26 जनवरी 2012 को चेन्नई के अपोलो अस्पताल में उनका निधन हो गया। उस समय वे केरल के राज्यपाल थे। ऐसी महान शख्सियत को हमारा शत्-शत् नमन।
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Sindhu

अगर सही मार्ग पर चला जाए तो सफलता निश्चित है। अभ्यास सफलता की कुंजी मानी जाती है, और यह अभ्यास यदि सही दिशा में हो तो मंजिल मिलने में देर नहीं लगती। इस लिए कहा भी गया है:- " करत-करत अभ्यास के जड़मत होत सुजान। रसरी आवत जात ते सिल पर परत निशान।।"

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