NSA Ajit Doval राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल
अजीत डोभाल पाकिस्तान में 7 साल तक मुसलमान बनकर भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के लिए महत्वपूर्ण खुफिया सूचनाएं जुटाई। पंजाब, जम्मू-कश्मीर और पूर्वोत्तर भारत में खुफिया जासूस के तौर पर कार्य किया और कई अहम ऑपरेशनों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। आइए इस पोस्ट में NSA Ajit Doval के जीवन के अनछुए पहलुओं को जानते हैं।
जीवन परिचय
• NSA Ajit Doval की कहानी यूट्यूब पर देखने के लिए यहाँ क्लिक करें
विलक्षण प्रतिभा के धनी अजीत डोभाल का जन्म 20 जनवरी 1945 में उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल में हुआ था। इनके पिता इंडियन आर्मी में थे। इनकी प्रारंभिक शिक्षा राजस्थान के अजमेर में एक सैनिक स्कूल में हुई। तत्कालीन आगरा विश्वविद्यालय से इन्होंने अर्थशास्त्र में एम• ए• किया। उसके बाद भारत के सर्वोच्च प्रशासनिक सेवा भारतीय पुलिस सेवा की तैयारी में लग गए। डोभाल ने कठिन मेहनत, लगन और परिश्रम के बल पर 1968 मैं केरल कैडर से आईपीएस के लिए चुन लिए गए।
Also Read
- How to Choose the Right College / University in Jharkhand – Step by Step Guide
- Government Jobs in Jharkhand 2025 – JSSC, Police & Education Department (Detailed Guide)
- Complete Career & Government Jobs Guide for Jharkhand Students 2025
- Complete Jharkhand Career Guide for Students 2025
- Top Colleges & Universities in Jharkhand – Admissions, Courses & Career Prospects
महत्वपूर्ण उपलब्धि
अजीत डोभाल का जीवन उपलब्धियों भरा रहा है। 1968 में केरल बैच के आईपीएस अफसर के रूप में अजीत डोभाल की नियुक्ति हुई। नियुक्ति के 4 वर्ष पश्चात ही 1972 में इंटेलिजेंस ब्यूरो से जुड़ गए। और वे लगातार कई वर्षों तक भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के लिए महत्वपूर्ण खुफिया जानकारी जुटाई।
⭐ ऑपरेशन ब्लू स्टार (जून, 1984)
जून 1984 में भारतीय सेना ने अमृतसर स्थित हरमंदिर साहिब परिसर को खालिस्तानी आतंकवादियों से मुक्त कराया था। इस ऑपरेशन में खालिस्तानी नेता जरनैल सिंह भिंडरावाले को मार गिराया गया। इस ऑपरेशन में अजीत डोभाल ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
⭐ ऑपरेशन ब्लैक थंडर (मई, 1988)
1988 में अमृतसर के स्वर्ण मंदिर से खालिस्तानी आतंकवादियों को निकालने हेतु “ऑपरेशन ब्लैक थंडर” के सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। ऐसा माना जाता है कि अजित डोभाल एक रिक्शा चालक के तौर पर ISIS के एजेंट के रूप में खालिस्तानी आतंकियों के बीच अपनी पैठ बढ़ाई और स्वर्ण मंदिर के अंदर आतंकवादियों के पोजीशन तथा संख्या के बारे में भारतीय सुरक्षा एजेंसियों को बताई। जिससे ऑपरेशन ब्लैक थंडर में सफलता पाई जा सकी।

⭐ कंधार विमान अपहरण समझौता
24 दिसंबर 1999 को इंडियन एयरलाइंस का विमान नेपाल के काठमांडू से पाकिस्तानी आतंकवादियों ने अपहरण कर लिया था। इस विमान को अपहरण कर आतंकवादियों ने अफगानिस्तान के कंधार ले गए थे। उस समय अफगानिस्तान पर तालिबान नामक आतंकी संगठन का वर्चस्व था। आतंकवादियों ने भारत सरकार से यात्रियों की सुरक्षित रिहाई के बदले भारतीय जेलों में बंद 35 आतंकियों की रिहाई तथा 200 मिलियन अमेरिकी डॉलर नगद देने की मांग रखी थी। अंततः 7 दिनों की लंबी वार्ता के बाद 31 दिसंबर 1999 को तीन आतंकियों को छोड़ने पर अपहरणकर्ता राजी हो गए। यह आतंकी थे मौलाना मसूद अजहर, अहमद उमर सईद शेख और मुस्ताक अहमद जरगर। अपहृत यात्रियों को सुरक्षित भारत लाने में अजीत डोभाल की भूमिकाएं महत्वपूर्ण रही थी।
⭐ भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार
30 मई 1914 को मोदी सरकार ने अजीत डोभाल को भारत का राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार नियुक्त किया। यह देश के पांचवे राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार नियुक्त किए गए। 1998 में देश में पहली बार राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार का पद सृजित किया गया था। जब मोदी सरकार दोबारा 2019 में सत्ता में आई तो फिर से इन्हें भारत का राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बनाया गया।

⭐ सर्जिकल स्ट्राइक (सितम्बर, 2016)
• सौरमंडल गैलेक्सी धूमकेतु पुच्छल तारा वीडियो देखने के लिए यहां पर क्लिक करें
सितम्बर, 2016 मैं हुए उरी हमले के बाद सर्जिकल स्ट्राइक तथा फरवरी, 2019 में हुए पुलवामा हमले के बाद एयर स्ट्राइक में इनकी महत्वपूर्ण भूमिका मानी जाती है।
⭐ देश में सुरक्षा और शांति में योगदान
देश में सुरक्षा शांति में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। अगस्त 2019 में जम्मू कश्मीर से 370 धारा समाप्त होने के बाद शांति के लिए किए जा रहे प्रयासों में अजीत डोभाल ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

इन सबके अलावा अजीत डोभाल ने जम्मू कश्मीर, पूर्वोत्तर भारत में सक्रिय आतंकवादी संगठनों को शांत करने तथा उनके आत्मसमर्पण में भी महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाई है।
⭐ NSA Ajit Doval ( राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल) के शाहसिक कहानी के बाद हमारी कुछ और प्रस्तुति यहां पर आप देख सकते हैं।
• यूट्यूब चैनल van hi jeevan hai पर
• खोरठा हास्य नाटक रिमोट वाला दूल्हा यहां क्लिक करें
• नाटक एकता में बल है बिना आवाज का
• भारतीय नोटों की छपाई पर होने वाले खर्च पर वीडियो देखें
• पटरी पर पत्थर क्यों होते हैं
• बेबसाइट www.gyantarang.com पर
• महिलाओं के लिए संविधान में प्रावधान
• भारतीय इतिहास के स्रोत क्लिक करें
• सिंधु घाटी सभ्यता से महत्वपूर्ण प्रश्न जो आपके एग्जाम के लिए इंपॉर्टेंट हो सकता है
? NSA Ajit Doval ( राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल) की स्टोरी कैसी लगी हमें कमेंट कर जरूर बताइयेगा। अच्छा लगा हो तो इसे लाइक और शेयर भी किजिए।
जय हिंद, जय भारत।