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भारत के सबसे युवा प्रधानमंत्री राजीव गांधी का जीवन परिचय

On: August 20, 2020 12:41 PM
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भारत के सबसे युवा प्रधानमंत्री राजीव गांधी का जीवन परिचय

देश आज राजीव गांधी की 76 वी जयंती मना रहा है। भारत के सबसे युवा प्रधानमंत्री के रूप में उन्होंने जाना जाता है। भारत में सूचना क्रांति का श्रेय उन्हें दिया जाता है। उनके जन्म दिवस को राष्ट्रीय सद्भावना दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस पोस्ट में जानते हैं भारत के सबसे युवा प्रधानमंत्री राजीव गांधी का जीवन परिचय।

प्रारंभिक जीवन

भूतपूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का जन्म 20 अगस्त 1944 को मुंबई में हुआ था। इनकी मां इंदिरा गांधी, पिता फिरोज गांधी और नाना पंडित जवाहरलाल नेहरू थे। जब वह मात्र 3 वर्ष के थे, तब भारत स्वतंत्र हुआ और उनके नाना पंडित नेहरू देश के पहले प्रधानमंत्री बने।

शिक्षा

उनकी प्रारंभिक शिक्षा देहरादून में हुई। उच्च शिक्षा के लिए वे कैंब्रिज चले गए। बाद में उन्होंने लंदन के इंपीरियल कॉलेज से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की। उन्हें हवाई जहाज उड़ाने का जुनून था। इस कारण इंग्लैंड से लौटने के बाद वे दिल्ली फ्लाइंग क्लब की परीक्षा पास की और वाणिज्य उड़ान का लाइसेंस उन्हें प्राप्त हुआ।

विवाह

जब राजीव गांधी कैंब्रिज में पढ़ रहे थे, तब उनकी मुलाकात “एंटोनियो मैनो” से हुई। जिनसे बाद में शादी कर लिया। शादी के बाद से उनका नाम सोनिया गांधी पड़ गया।

राजनीतिक जीवन

राजीव गांधी को राजनीति में ज्यादा रुचि नहीं थी। वे एयरलाइंस में पायलट की नौकरी करते थे। 1970 में छोटे भाई संजय गांधी की आकस्मिक मृत्यु के बाद वे अपनी मां इंदिरा गांधी को सहयोग देने के लिए 1972 में राजनीति में प्रवेश किये। वे अमेठी, उत्तर प्रदेश से लोकसभा चुनाव जीत सांसद बने।

भूतपूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद राजीव गांधी 31 अक्टूबर 1984 को भारत के प्रधानमंत्री बनाए गए। तब उनकी उम्र मात्र 40 वर्ष की थी। वर्ष 1984 में हुए आम चुनाव में उनकी पार्टी कांग्रेस को भारी सफलता मिली। जब कांग्रेस पार्टी ने 401 लोकसभा सीट जीतकर इतिहास रच दिया। जबकि हिंसा के कारण पंजाब और असम में चुनाव नहीं हुए थे। वे 1984 से 1989 तक भारत के प्रधानमंत्री रहे।

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भारत के विकास में योगदान

राजीव गांधी ने भारत के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। वे भारत के एक युवा प्रधानमंत्री थे। भारत में सूचना क्रांति के जनक के रूप में राजीव गांधी को जाना जाता है। देश में कंप्यूटराइजेशन और टेलीकम्युनिकेशन क्रांति का श्रेय उन्हें ही दिया जाता है। 1986 में भारत में नई शिक्षा नीति की घोषणा की गई। मतदाताओं की उम्र 21 वर्ष से घटाकर 18 वर्ष इन्ही के शासनकाल में हुआ।

आरोप

हालांकि बोफ़ोर्स तोप में इटली के व्यापारी ओक्तावियो क्वात्रोक्की के साथ दलाली का आरोप भी उन पर लगाया गया।

राजीव गांधी राष्ट्रीय सद्भावना पुरस्कार

राजीव गांधी राष्ट्रीय सद्भावना पुरस्कार एक भारतीय पुरस्कार है। जिसे संप्रदायिक सद्भाव, राष्ट्रीय एकता और शांति को बढ़ावा देने में उल्लेखनीय कार्यों के लिए दिया जाता है। यह पुरस्कार भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस द्वारा दिया जाता है। इस पुरस्कार की शुरुआत 1992 से हुआ। इस पुरस्कार में 10 लाख नगद राशि दी जाती। मदर टेरेसा, केआर नारायणन, लता मंगेशकर, सुनील दत्त, बिस्मिल्लाह खान, निर्मला देशपांडे, गोपाल कृष्ण गांधी जैसे हस्तियों को यह पुरस्कार दिया जा चुका है।

निधन

राजीव गांधी तमिलनाडु में एक चुनाव प्रचार के दौरान 21 मई 1991 ई• को आतंकवादी संगठन लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम (LTTE) के आत्मघाती विस्फोट में मारे गए।
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Sindhu

अगर सही मार्ग पर चला जाए तो सफलता निश्चित है। अभ्यास सफलता की कुंजी मानी जाती है, और यह अभ्यास यदि सही दिशा में हो तो मंजिल मिलने में देर नहीं लगती। इस लिए कहा भी गया है:- " करत-करत अभ्यास के जड़मत होत सुजान। रसरी आवत जात ते सिल पर परत निशान।।"

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