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खोरठा कविता | khortha kavita | रूसल बदरी | नावा जुइग आ गेलइ

खोरठा कविता | khortha kavita | रूसल बदरी | नावा जुइग आ गेलइ | खोरठा कबिता खोरठा भासा झारखंडेक एगो बड़ छेतरीय भासा/भाखा हे। खोरठा भाखा के साहित समरिध हे। ढेरो रचना भेंटा हे आर अभियो हो रहल हे। हिआं कइगो खोरठा कबिता पोस्ट करल जा रहल हे। इ खोरठा कबिता परकिति, झारखंडेक संसकिरती, समाजिकता, …

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खोरठा भाषा के क्षेत्रीय रूप | खोरठा भाषा पर अन्य भाषा का प्रभाव

खोरठा भाषा के क्षेत्रीय रूप | खोरठा भाषा पर अन्य भाषा का प्रभाव खोरठा भाषा के क्षेत्रीय रूप में विविधता पाया जाता है। इसका प्रमुख कारण झारखंड के भौगोलिक बनावट है। नदी-नालों, उबड़-खबड़ पहाड़ी इलाकों से पटा है झारखंड प्रदेश। जिसका प्रभाव झारखंड के खोरठा भाषा के क्षेत्रीय रूप पर भी पडा है। भाषा के …

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