Geography
Type of Rocks
चट्टानों के प्रकार
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धरातल का निर्माण चट्टानों से हुआ है और ये चट्टानें खनिजों के संयोग से बनी होती है। पृथ्वी पर लगभग 2000 प्रकार के खनिजों की पहचान की गई है। इनमें से 24 ऐसे खनिज हैं जिनसे भू-पृष्ठ की रचना हुई है। और ये खनिजें सिलिकेट ऑक्साइड और कार्बोनेट के रूप में पाए जाते हैं। चट्टानें ग्रेनाइट जैसी कठोर और चीका मिट्टी जैसी मुलायम हो सकती है। निर्माण विधि (Method of Formation) के आधार पर चट्टानें तीन प्रकार के होती है। आइए आगे देखते हैं:- Type of Rocks
? Igneous Rocks
आग्नेय चट्टानें
? Sedimentary
अवसादी चट्टानें
? Metamorphic
कायांतरित चट्टानें
? Igneous Rocks
आग्नेय चट्टानें
आग्नेय चट्टानों का निर्माण ज्वालामुखी विस्फोट के समय भूगर्भ से निकलने वाला लावा और मैग्मा के ठंडा होकर जमने एवं ठोस होने से हुआ है।
• पृथ्वी की उत्पत्ति के पश्चात सर्वप्रथम आग्नेय चट्टान का ही निर्माण हुआ है। इस कारण इसे प्राथमिक शैल (Primary Rock) भी कहा जाता है।
• आग्नेय चट्टानों के ही अपक्षय एवं अपरदन के पश्चात परतदार और रूपांतरित चट्टानों का निर्माण होता है।
• आग्नेय चट्टानें रवेदार (Crystalline) होती है।
• ये चट्टानें परत विहीन एवं कठोर प्रकृति की होती है।
• इन चट्टानों में परत का अभाव होता है परंतु जोड़ पाए जाते हैं। इन्हीं जोड़ों के सहारे जल अंदर प्रवेश कर सकता है।
• ज्वालामुखी चट्टानों में रवों का विकास नहीं होने के कारण वे कांच की तरह दिखाई पड़ते हैं। जैसे ऑब्सिडियन।
• इन चट्टानों में जीवाश्म (Fossils) नहीं पाए जाते।
• बैशाल्ट, ग्रेनाइट, डोयोराइट, पेग्माटाइट, गैब्रौ, ऑब्सिडियन, डोलोराइट, एन्डेसाइट, पेरिडोटाइट, पिचस्टोन, फेलसाइट, आग्नेय चट्टान के उदाहरण हैं।
♦ उत्पत्ति के आधार पर आग्नेय चट्टान के प्रकार
Types of igneous rock on the basis of origin
1• आंतरिक आग्नेय शैल
2• बाह्य चट्टानें
◾ 1• आंतरिक आग्नेय शैल
?पातालिक चट्टानें (Plutonic Rocks)
पातालिक (वितलीय) आग्नेय चट्टानों का निर्माण पृथ्वी की अधिक गहराई में होता है। पृथ्वी की आंतरिक गहराई में तापमान की अधिकता के कारण इस चट्टान की ठंडा होने की गति मंद होती है। इस वजह से इनमें रवे अधिक बड़े-बड़े होते हैं। जैसे ग्रेनाइट, गैब्रो तथा डायोराइट इत्यादि।
? मध्यवर्ती चट्टानें (Hypobyssal Rocks)
भूगर्भ से निकलने वाले मैग्मा धरातल पर पहुंचने से पहले ही मार्ग में मिलने वाले दरारों और जोड़ों आदि में जमा होकर ठोस हो जाता है। इस प्रकार के चट्टानों को मध्यवर्ती चटानें कहते है। जैसे:- लैकोलिथ, डाइक, सिल, लैपोलिथ, फैकोलिथ, बैथोलिथ इत्यादि।
▪ लैकोलिथ अथवा छत्रकशिला (Laccolith):-
• परतदार चट्टानों के बीच गुंबदाकार जमाव को लैकोलिथ कहा जाता है।
• इसके ऊपरी परत वाष्प और गैस के दबाव के कारण ऊपर की ओर गुंबद के रूप में उठ जाता है। और रिक्त स्थान में लावा भर जाता है।
▪ बैथोलिथ (Batholith) :-
• बैथोलिथ का जमाव मुख्यरूप से पर्वतीय क्षेत्रों में होता है। जहां ज्वालामुखी अधिक सक्रिय होते हैं।
• यह प्रायः गुंबद के आकार के होते हैं। और इनके किनारे तीव्र ढाल तथा आधार अत्यधिक गहराई में होता है।
• इसका ऊपरी भाग अधिक असमान तथा उबड़ खाबड़ होता है।
• बैथोलिथ सैकड़ों मीटर लंबे तथा 50 से 80 मीटर तक चौड़ाई में फैले हुए होते हैं।
• विश्व के अधिकांश पर्वतों के कोर में में बैथोलिथ ग्रेनाइट चट्टानों के रूप के रूप में मैजूद है।
• झारखंड में स्थित रांची का पठार बैथोलिथ का एक अच्छा उदाहरण है।
▪ डाइक (Dyke)
• इसे भित्तिशिला के नाम से भी जाना जाता है।
• इसका जमाव अवसादी चट्टानों के बीच लंबवत दीवार के रूप में होता है।
• इसका जमाव कुछ मीटर से सैकड़ों किलोमीटर किलोमीटर तक हो सकती है।
• झारखंड के सिंहभूम जिले में अनेक डाइक (Dyke) के उदाहरण मिलते हैं।
▪ सिल (Sill)
• इसे पत्रकशिला के रूप में भी जाना जाता है।
• इसका जमाव अवसादी चट्टानों की परतों में समानांतर तहों के रूप में होता है।
• जब जमाव अधिक मोटाई में होता है तो उसे सील (Sill) कहा जाता है। परंतु पतली सील को शीट (Sheet) कहते हैं। इसकी मोटाई कुछ सेंटीमीटर से लेकर कई मीटर तक हो सकती है।
• छत्तीसगढ़ तथा झारखंड में इसके कई जमाव देखे जा सकते हैं।
▪ फैकोलिथ (Phacolith)
• जब मैग्मा का जमाव लहरदार रूप में मोड़दार पर्वतों की अपनति (Anticline) और अभिनति (Syncline) में होता है। तो इस जमाव को फैकोलिथ करते हैं।
▪ लैपोलिथ (Lopolith)
• जब अवसादी चट्टानों में मैग्मा का जमाव तश्तरीनुमा आकार में होता है। तो इस आकृति को लेपोलिथ कहा जाता है।
• इसका जमाव धरातल के नीचे अवतल आकार वाली छिछली बेसिन में होता है।
• दक्षिण अमेरिका में ट्रांसवाल में 480 km. क्षेत्र में लैपोलिथ का विस्तार मिलता है।
◾ 2• बाह्य चट्टानें
ज्वालामुखी विस्फोट के समय लावा के धरातल पर आकर ठंडी होने से जो चट्टानें बनती है। उसे ज्वालामुखी चट्टानें कहते हैं। जैसे:- बेसाल्ट चट्टानें।
⭐ रासायनिक संरचना की दृष्टिकोण से आग्नेय चट्टान को दो भागों में बांटा जा सकता है। (Type of Rocks)
1• अम्लीय चट्टानें ( Acidic Rocks)
इसमें बालू अथवा सिलिका की मात्रा 65 से 85% तक होता है। इसके अलावा एल्युमीनियम, मैग्निशियम जैसे तत्व भी पाए जाते हैं। ग्रेनाइट, रायोलाइट, पिचस्टोन अम्लीय आग्नेय शैल के उदाहरण है।
2• क्षारीय शैल (Basic Rocks)
इसमें सिलिका की मात्रा कम अर्थात 45 से 55% तक होती है। इसके अलावा लोहा, चुना, मैग्नीशियम के अंश मिले होते हैं। बैशाल्ट तथा गैब्रौ इसके उदाहरण है।
? परीक्षा के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण
Important from the point of view of examination
• पृथ्वी के भू-पृष्ठ में किस तत्व की मात्रा सर्वाधिक है?
➖ऑक्सीजन (46.8%)
• कौन सा खनिज मृदा में फास्फोरस का मुख्य स्रोत है?
➖ऐपेटाइट
• सड़कों के निर्माण में मुख्य रूप से किस पत्थर का प्रयुक्त होता है?
➖डोलोराइट, गेब्रो एवं ग्रेनाइट (आग्नेय)
• ग्रेनाइट का रूपांतरण किस चट्टान में होता है?
➖नीस
• पैग्माटाइट किस प्रकार का चट्टान है एवं इसमें कौन सा खनिज पाया जाता है?
➖आग्नेय चट्टान और इसमें अभ्रक खनिज पाया जाता है।
• पृथ्वी के क्रस्ट के संगठन में किस खनिज समूह की प्रधानता पाई जाती है?
➖सिलिकेट समूह (फेल्सपार एवं क्वार्ट्ज)
• अम्लीय आग्नेय चट्टानों में सिलिका की मात्रा कितनी प्रतिशत पाई जाती है?
➖65 से 85 %
• किस प्रकार के चट्टान में लोहे की मात्रा सर्वाधिक होती है तथा उसके अपक्षय से काली मिट्टी का निर्माण होता है?
➖बेसाल्ट
• मैग्मा के ठोस होने के फलस्वरूप पृथ्वी के अंदर निर्मित चट्टानों को क्या कहते हैं?
➖ प्लूटोनिक चट्टानें
? Sedimentary
अवसादी चट्टानें
अवसादी वे चट्टानें है जिनका निर्माण चट्टानों के विखंडित ठोस चूर्ण, जीव जंतु एवं पेड़ पौधों के अवशेष के लगातार जमा होने से होता है।
• इसकी रचना परत दर परत मलवों के जमा होने के कारण होता है। इस कारण से इसे परतदार चट्टान भी कहा जाता है।
• इन चट्टानों में अवसादों के विभिन्न परतें पाई जाती हैं।
• अवसादी चट्टानों में जीवों के अवशेष पाए जाते हैं। इन जीवाश्म के आधार पर चट्टान विशेष के निर्माण काल का भी पता चलता है।
• धरातल का 75 %भाग अवसादी चट्टानों से ढका हुआ है। शेष 25% भाग पर आग्नेय तथा रूपांतरित चट्टानें पाई जाती हैं।
• ये चट्टानें रवेदार नहीं होते हैं।
• इन चट्टानों में जोड़ (joint) पाए जाते हैं।
• ये चट्टानें प्रायः मुलायम होती है। जैसे चिका मिट्टी, पंक परंतु कुछ चट्टानें कड़ी भी होती है, जैसे बलुआ पत्थर।
◾अवसादी शैलों का वर्गीकरण
Classification of sedimentary rocks (Type of Rocks)
? यांत्रिक क्रियाओं द्वारा निर्मित अथवा चट्टान चूर्ण से निर्मित
Mechanically Formed or Clastic Rock
• जल द्वारा :-
बालूका पत्थर (Sendstone), गोलाश्म (Conglomerate), चीका मिट्टी (Clay), शेल (Shale) इत्यादि।
• पवन द्वारा :-
लोएस
• हिमानी द्वारा :-
बोल्डर क्ले
? जैविक तत्वों द्वारा निर्मित
Orgnanically Formed or non Clastic Rock
• जीव जंतुओं द्वारा :-
चुना पत्थर (Lime Stone), खड़िया (Chalk)
• पेड़ पौधों द्वारा :-
कोयला
? रासायनिक तत्वों द्वारा निर्मित
Chemically Formed
• डोलोमाइट (Dolomite)
• सेंधा नमक (Rock Salt)
• शैली (Gypsum)
? परीक्षा के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण
Important from the point of view of examination
• लोयस का सबसे अधिक विस्तार कहां पाया जाता है।
➖उत्तरी चीन
• भेड़ाघाट (जबलपुर) और मकरान (राजस्थान) किस चट्टान के लिए प्रसिद्ध है।
➖ संगमरमर
• टिलाइट किस प्रकार की चट्टान हैं?
➖ये अवसादी चट्टानें हैं जिसका निर्माण हिमानी के निक्षेपन से होता है।
• कंग्लोमेरेट किस प्रकार की चट्टानें हैं?
➖अवसादी चट्टान
• भारत के दामोदर, गोदावरी नदी घाटी में अवसादी चट्टानों का निर्माण किस काल में हुआ?
➖प्लीस्टोसीन काल में
• लोयस किस प्रकार की चट्टान है?
➖वायु निर्मित अवसादी चट्टान
• दिल्ली के लाल किला, फतेहपुर सीकरी और आगरे के किले का निर्माण किन चट्टानों से हुआ है?
➖बलुआ पत्थर (अवसादी चट्टानों) से हुआ है।
• कोयला और खनिज तेल किस प्रकार के चट्टान में पाया जाता है?
➖अवसादी चट्टान
• सेंधा नमक किस प्रकार का चट्टान है?
➖ अवसादी चट्टान
• जीवाश्म मुख्यतः किस प्रकार के चट्टान में पाए जाते हैं?
➖अवसादी चट्टान
? रूपांतरित या कायांतरित चटानें
Metamorphic Rocks (Type of Rocks)
उच्च ताप, दाब, रासायनिक क्रियाओं आदि के प्रभाव के कारण आग्नेय एवं अवसादी चट्टानों के रूप में परिवर्तन से रूपांतरित अथवा कायांतरित चट्टानों का निर्माण होता है।
• कभी-कभी रूपांतरित चट्टानों का भी फिर से रूपांतरण हो जाता है। इस क्रिया को पुनः रूपांतरण कहा जाता है।
• इन चट्टानों में गुण, रंग, खनिज, संरचना, रवा, घनत्व, कठोरता आदि नए सिरे से बनते हैं।
◾ आग्नेय चट्टानों के रूपांतरण से बनी शैलें
• ग्रेनाइट (Granite) – नीस (Gneiss)
• बेसाल्ट (Basalt) – एम्फीबोलाइट (Amphibolite)
• बेसाल्ट (Basalt) – शिष्ट (Schist)
◾ अवसादी चट्टानों के रूपांतरण से बनी शैलें
• बालुका पत्थर (Sendstone) – क्वार्टजाइट (Quartzite)
• चुना पत्थर (Limestone) – संगमरमर (Marble)
• क्ले एवं शैल (Shale) – स्लेट (Slate)
• कोयला (Coal) – ग्रेफाइट (Graphite), हीरा (Diamond)
• गोलाश्म (Conglomerate) – क्वार्टजाइट (Quartzite)
• चाक (Chalk) एवं डोलोमाइट (Dolomite) – संगमरमर (Marble)
◾ रूपांतरित चट्टानों का पुनः रूपांतरित चट्टानों में परिवर्तित होना
• स्लेट (Slate) – शिष्ट (Schist)
• शिष्ट (Schist) – फायलाइट (Phyllite)
? परीक्षा के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण
Important from the point of view of examination
• क्वार्टजाइट का निर्माण किस प्रकार के चट्टान के रूपांतरण से हुआ है?
➖ अवसादी चट्टान
• यूरेनियम किस प्रकार के चट्टान में पाया जाता है?
➖ कायांतरित चट्टान
• चट्टानों के रूपांतरण में सबसे प्रमुख भूमिका कौन निभाता है?
➖ उष्मा (ताप)
• चुना पत्थर, चाक और डोलोमाइट के रूपांतरण से किस प्रकार के चट्टान का निर्माण होता है?
➖ संगमरमर
• स्लेट के पुनः रूपांतरण से कौन सी शैलों का निर्माण होता है?
➖ स्लेट से शिष्ट और शिष्ट से फायलाइट नामक रूपांतरण शैल का निर्माण होता है।
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