10th JAC Board Social Sciences Model Question Answer set 1
10th JAC Board सामाजिक विज्ञान विषय का माडल प्रश्न पत्र उत्तर सहित दिया जा रहा है। जो बोर्ड परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है।
Class-10th Sub.-Social Science (सामाजिक विज्ञान)
Time-3Hrs
F.M.-80
सामान्य निर्देश:-
परीक्षार्थी यथासंभव अपने शब्दों में उत्तर दें।
कुल प्रश्नों की संख्या 52 है। सभी प्रश्न अनिवार्य हैं।
प्रश्न 1 से 30 तक बहुविकल्पिय प्रश्न है। प्रत्येक प्रश्ना के चार विकल्प दिए गए हैं। सही विकल्प का चयन कीजिये। प्रत्येक प्रश्न के लिए 01 अंक निर्धारित है।
प्रश्न संख्या 31 से 38 तक अति लघु उत्तरीय प्रश्न है। जिसमे से किन्ही 6 प्रश्नों का उत्तर देना अनिवार्य है। प्रत्येक प्रश्न का मान 2 अंक निर्धारित है।
प्रश्न संख्या 39 से 46 तक लघु उत्तरीय प्रश्न है। जिसमे से किन्ही 6 प्रश्नों का उत्तर देना अनिवार्य है। प्रत्येक प्रश्न का मान 3 अंक निर्धारित है।
प्रश्न संख्या 47 से 52 दीर्घ उत्तरीय प्रश्न है। किन्हीं 4 प्रश्नों का उत्तर देना अनिवार्य है। प्रत्येक प्रश्न का मान 5 अंक निर्धारित है।
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भाय ‘अ’ (Section-A)
बहुविकल्पीय प्रश्न (Multiple Choice Questions)
(1×30=30)
- किसी राष्ट्र की सामूहिक पहचान को क्या कहते हैं?
(1) निरंकुशवाद (2) राष्ट्रवाद (3) रूढ़िवाद (4) उदारवाद
उत्तर:- (2) राष्ट्रवाद - “पहले तुम मनुष्य हो, उसके बाद किसी देश के नागरिक या अन्य कुछ” यह कथन किसका है?
(1) मेत्सिनी (2) वॉल्टेयर (3) रूसो (4) दिदरो
उत्तर:- (1) मेत्सिनी - किसका कथन है – “जब फ्रांस छींकता है तो बाकी यूरोप को सर्दी-जुकाम हो जाता है?
(1) मैटरनिख (2) मेत्सिनी (3) बिस्मार्क (4) रूसो
उत्तर:- (1) मैटरनिख - प्रथम विश्व युद्ध कब से कब तक हुआ?
(1) 1916 से 1920 (2) 1914 से 1918 (3) 1939 से 1945 (4) 1912 से 1918
उत्तर:- (2) 1914 से 1918 - निम्न में से किनका विश्वास था कि अहिंसा का धर्म सभी भारतीयों को एकता के सूत्र में बाँध सकता है?
(1) जवाहरलाल नेहरू (2) महात्मा गाँधी (3) सुभाष चन्द्र बोस (4) अबुल कलाम आजाद
उत्तर:- (2) महात्मा गाँधी - 1890 के दशक में अफ्रीका के मवेशियों में कौन-सी बीमारी बहुत तेजी से फैल गई?
(1) चेचक (2) रिंडरपेस्ट (3) निमोनिया (4) चर्मरोग
उत्तर:- (2) रिंडरपेस्ट - अमेरिका में आर्थिक मंदी की शुरुआत किस वर्ष में हुई?
(1) 1920 (2) 1923 (3) 1914 (4) 1929
उत्तर:- (4) 1929 - स्पिनिंग जेनी मशीन को किस उद्योग में पेश किया गया था?
(1) चाय उद्योग (2) ऊनी उद्योग (3) चीनी उद्योग (4) कोयला उद्योग
उत्तर:- (2) ऊनी उद्योग - उत्पत्ति के आधार पर संसाधन का प्रकार इनमें से कौन-सा है?
(1) विकसित और संचित (2) नवीकरणीय और अनवीकरणीय (3) जैव और अजैव (4) राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय
उत्तर:- (3) जैव और अजैव - मृदा बनने की प्रक्रिया में निम्न में से मुख्य कारक के रूप में कौन अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है?
(1) उच्चावच (2) जनक शैल (3) जलवायु (4) इनमें से सभी
उत्तर:- (4) इनमें से सभी - भारत में जैव विविधता को कम करने वाले महत्वपूर्ण कारक कौन हैं?
(1) वन्य जीव के आवास का विनाश (2) वन्य जीव को मारना या शिकार करना (3) पर्यावरणीय प्रदूषण एवं दावानल (4) उपरोक्त सभी
उत्तर:- (4) उपरोक्त सभी - जल किस प्रकार का संसाधन है?
(1) नवीकरणीय (2) संभाव्य (3) अनवीकरणीय (4) अजेव
उत्तर:- (1) नवीकरणीय - चाय, कॉफी, रबर, गन्ना, केला आदि किस तरह की फसलें हैं?
(1) दलहन फसलें (2) तेलहन फसलें (3) रोपण फसलें
(4) मोटे अनाज
उत्तर:- (3) रोपण फसलें - रेशम उत्पादन के लिए रेशम के कीड़ों के पालन को क्या कहा जाता है?
(1) सेरीकल्चर (2) हॉट किल्चर (3) सिल्कल्चर (4) फ्लोरीकल्चर
उत्तर:- (1) सेरीकल्चर - झारखंड में स्थित कोडरमा निम्नलिखित में से किस खनिज का अग्रणी उत्पादक है?
(1) बॉक्साइट (2) अभ्रक (3) लौह अयस्क (4) ताँबा
उत्तर:- (2) अभ्रक - विनिर्माण कैसी क्रिया है-
(1) प्राथमिक (2) द्वितीयक्त (3) तृतियक (4) चतुर्थ
उत्तर:- (2) द्वितीयक्त - बेल्जियम कहाँ का एक छोटा-सा देश है?
(1) यूरोप (2) फांस (3) जर्मनी (4) अमेरिका
उत्तर:- (1) यूरोप - संयुक्त राज्य अमेरिका में किस प्रकार की शासन प्रणाली है?
(1) संसदीय (2) अध्यक्षात्मक (3) सैनिक (4) तानाशाही।
उत्तर:- (2) अध्यक्षात्मक - पुलिस, व्यापार, कृषि, सिंचाई जैसे प्रांतीय महत्त्व के विषय किस सूची के अन्तर्गत आते हैं?
(1) संघ सूची (2) राज्य सूची (3) समवर्ती सूची (4) इनमें से सभी।
उत्तर:- (2) राज्य सूची - किस प्रकार का टकराव आगे बढ़कर अक्सर हिंसा और राजनीतिक अस्थिरता का रुप ले लेता है?
(1) लोकतांत्रिक (2) सामाजिक (3) आर्थिक (4) पारंपरिक
उत्तर:- (2) सामाजिक - अधिकारों और अवसरों के मामले में स्त्री और पुरुष की बराबरी मानने वाले को क्या कहते हैं?
(1) समाजवादी (2) मातृ-सत्ता (3) नारीवादी (4) अतिवादी
उत्तर:- (3) नारीवादी - चुनाव लड़ने और सरकार में सत्ता सँभालने के लिए एकजुट हुए लोगों के समूह को क्या कहते हैं?
(1) दबाव समूह (2) राजनीतिक दल (3) समिति (4) सम्मेलन
उत्तर:- (2) राजनीतिक दल - दवाव समूह समाज में निम्न में से किसका प्रतिनिधित्व करते हैं?
(1) किसी खास वर्ग (2) धर्म विशेष के अनुयायी (3) किसी खास जाति (4) इनमे से सभी
उत्तर:- (4) इनमे से सभी - आर्थिक विकास के अन्तर्गत सम्मिलित लक्ष्य है –
(1) नियमित रोजगार (2) स्वतंत्रता (3) बेहतर मजदूरी (4) इनमें से सभी
उत्तर:- (4) इनमें से सभी - परिवहन, भंडारण, संचार, बैंक सेवाएँ एवं व्यापार किस क्षेत्रक की गतिविधियों के प्रमुख उदाहरण हैं?
(1) प्राथमिक (2) द्वितीयक (3) तृतीयक (4) ये सभी
उत्तर:- (3) तृतीयक - प्रच्छन्न बेरोजगारी का मतलब ऐसी स्थिति से है जहाँ लोग-
(1) बेरोजगार हैं (2) नियोजित हैं लेकिन कम वेतन अर्जित करते हैं। (3) नियोजित हैं लेकिन उत्पादकता शून्य है। (4) वर्ष के कुछ महीनों में बेरोजगार हैं।
उत्तर:- (3) नियोजित हैं लेकिन उत्पादकता शून्य है। - निम्नलिखित में से कौन-सी मुद्रा का एक आधुनिक रूप है?
(1) कागज के नोट (2) सोना (3) पशु (4) चाँदी
उत्तर:- (1) कागज के नोट - निम्न में से साख की शर्तों में कौन-कौन शामिल हैं?
(1) ब्याज दर (2) समर्थक ऋणाधार (3) आवश्यक कागजात (4) इनमें से सभी
उत्तर:- (4) इनमें से सभी - घरेलू अर्थव्यवस्था और विश्व अर्थव्यवस्था को जोड़ना कहलाता है:
(1) वैश्वीकरण (2) राष्ट्रीयकरण (3) उदारीकरण (4) निजीकरण
उत्तर:- (1) वैश्वीकरण - उपभोक्ता सुरक्षा कानून, 1986 के अनुसार, उपभोक्ताओं को निम्न में से कौन-से प्रदान किए गए हैं?
(1) सुरक्षा का अधिकार (2) सुनवाई का अधिकार (3) सूचना का अधिकार (4) इनमें से सभी
उत्तर:- (4) इनमें से सभी
Section (B) अति लघुत्तरीय प्रश्न
किन्हीं 06 प्रश्नों के उत्तर दें (2×6=12)
- समन्वयवाद से क्या अभिप्राय है?
उत्तर:- समन्वयवाद से अभिप्राय विभिन्न मान्यताओं, विचारों या संस्कृतियों के बीच सामंजस्य स्थापित करना है, जिससे एक नई और एकीकृत पहचान बनती है। - समूह -77 (G-77) देशों से आप क्या समझते हैं?
उत्तर- 50 और 60 के दशक में विकासशील देशों को पश्चिमी देशों की अर्थव्यवस्था की तेज प्रगति से कोई लाभ नहीं मिला इसलिए उन्होंने अपना एक नया समूह बनाया जो जी-77 के नाम से प्रसिद्ध हुआ। - नवीकरणीय तथा गैर-नवीकरणीय संसाधन का एक-एक उदाहरण दें।
उत्तर:- जल नवीकरणीय संसाधन है जबकि कोयला गैर-नवीकरणीय संसाधन का उदाहरण है। - जल दुर्लभता क्या हैं?
उत्तर:- जल दुर्लभता का अर्थ है जल की कमी। दूसरे शब्दों में जब किसी वस्तु की आपूर्ति मांग से कम हो तो वह वस्तु दुर्लभ हो जाती है। - ‘संघवाद’ से क्या अभिप्राय है?
उत्तर:- संघवाद एक संस्थागत प्रणाली है जिसमें दो स्तर की राजनीतिक व्यवस्था को सम्मिलित किया जाता है। इसमें एक केंद्रीय स्तर की सरकार और दूसरी एक राज्य या प्रांतीय स्तर की सरकार होती है। जो मिलकर कार्य करते है। - राजनीतिक दल का क्या अर्थ होता है? राजनीतिक दल के मुख्य घटक कौन हैं?
उत्तर:- एक ऐसा संगठित समूह जो देश के राजनीतिक क्रियाकलापों में भाग लेकर देश की सत्ता पर अधिकार जमाने का प्रयास करता है। राजनीतिक दल के मुख्य घटक नेता, सक्रिय सदस्य और अनुयायी या समर्थक हैं। - प्रतिव्यक्ति अथवा औसत आय आय क्या है?
उत्तर:- प्रतिव्यक्ति या औसत आय जिसकी गणना कुल राष्ट्रीय आय को कुल जनसंख्या से विभाजित करके की जाती है। - मुद्रा को परिभाषित कीजिए?
उत्तर:- मुद्रा पैसे या धन के उस रूप को कहते हैं जिससे दैनिक जीवन में क्रय और विक्रय होती है। इसमें सिक्के और कागज के नोट दोनों आते हैं।
Section (C) लघुत्तरीय-प्रश्न
किन्हीं छः प्रश्नों के उत्तर अधिकतम 150 शब्दों में दें।
3×6=18
- ब्रिटेन की महिला कामगारों ने स्पिनिंग जेनी मशीनों पर हमले किये। व्याख्या करें।
उत्तर:- 1764 में जेम्स हरग्रीव्स ने स्पिनिंग जेनी नामक मशीन का आविष्कार किया। इस मशीन ने कताई की प्रक्रिया तेज कर दी। जिस कारण स्पिनिंग जेनी मशीन के आ जाने से मजदूरों की मांग घट गई। एक ही पहिया घुमाने वाला एक मजदूर बहुत सारी तकलियों को घुमा देता था और एक साथ कई धागे बनने लगते थे, जब इन मशीनों का प्रयोग शुरू हुआ तो हाथ से ऊन कातने वाली औरतें इस तरह की मशीनों पर हमला करने लगी! क्योंकि इस मशीन की वजह से उनका काम छिन गया था। इस मशीन की वजह से शारीरिक श्रम की मांग घटने के कारण बहुत सी महिलाएं बेरोजगार हो गई थी। उनके सामने रोजी-रोटी की समस्या आ खड़ी हुई थी, इसलिए उन्होंने स्पिनिंग जेनी के प्रयोग का विरोध किया और मशीनों पर हमले किये। - ‘कॉर्न लॉ’ क्या था? इसे समाप्त क्यों कर दिया गया? इसके क्या परिणाम हुए?
उत्तर:- ब्रिटिश संसद ने 19वीं शताब्दी में जो कानून अपने भू – स्वामियों के हितों की रक्षा के लिए पास किए उन्हें कॉर्न लॉ कहा जाता है। इन कानून द्वारा विदेशों से आने वाली मक्का के आयात पर पाबंदी लगा दी गई।
कॉर्न लॉ कानून के परिणाम स्वरूप जब खाद्य पदार्थों की ऊंची कीमतों से परेशान लोगों ने हाहाकार मचा दी तो ब्रिटिश सरकार ने इसे समाप्त कर दिया।
इस कानून को हटाने का निम्न परिणाम देखे गये-
(1) खाद्य सामग्री सस्ती हो गई जिससे साधारण और गरीब जनता को खूब लाभ हुआ।
(2) जब खाद्य पदार्थ सस्ते दामों में ब्रिटेन आने लगे तो वहां के भूस्वामी बर्बाद हो गए।
(3) खेती करने वाले बहुत से किसान बेरोजगार हो गए और लोग नौकरी की तलाश में शहरों की ओर जाने लगे। - बहुउद्देशीय परियोजनाओं के लाभ बताएँ।
उत्तर:- बहुउद्देशीय परियोजनाओं से होने वाले लाभ निम्नलिखित है-
(i) बहुउद्देशीय नदीघाटी परियोजनाएं बाढ़ जैसी भयानक खतरे को रोकने में सहायक है।
(ii) बहुउद्देशीय नदीघाटी परियोजनाओं के माध्यम से नदियों पर बांध बनाकर ऊंचाई से जल गिराकर जल विद्युत का उत्पादन किया जाता है।
(iii) इन बांधों से सिंचाई के कारण फसलों का उत्पादन से भुख और अकाल से लोगों को बचाया गया है।
(iv) इसका जल घरेलू कामकाज तथा उद्योग के लिए उपयोग में आता है।
(V) साधारणतया इन योजनाओं के समीप क्षेत्र में लोग अपने मनोरंजन के लिए जाते हैं।
(vi) यह योजना तथा मछली पालन और नौकायन के लिए उपयोग में आती है। - रोपण कृषि पर एक टिप्पणी लिखें।
उत्तर:- रोपण कृषि एक प्रकार के वाणिज्यिक खेती है। इस प्रकार की खेती लंबे चौड़े क्षेत्र में एकल फसल बोई जाती है इसमें अत्यधिक पूंजी और श्रम की आवश्यकता होती है जैसे चाय, कॉफी, रबड़, गन्ना, केला इत्यादि।
रोपण कृषि से निर्यात के लिए उच्च गुणवत्ता वाली फसलें प्राप्त होती हैं, जिससे राष्ट्रीय आय बढ़ती है। हालांकि, एकल फसल पर निर्भरता, मिट्टी की उर्वरता में कमी और पर्यावरणीय दुष्प्रभाव जैसी चुनौतियाँ भी मौजूद रहती हैं। फिर भी, उन्नत प्रबंधन और सतत तरीकों से इसका महत्व बढ़ता जाता है। - सामाजिक अंतर कब और कैसे सामाजिक विभाजनों का रूप ले लेते हैं?
उत्तर:- सामाजिक विभिन्नता का अर्थ है जाति, भाषा अथवा संस्कृति के कारण लोगों के समूह में अंतर होना। यह सामाजिक विभाजन तब बन जाती है जब कोई सामाजिक विभिन्नताएं किसी अन्य सामाजिक विभिन्नता में मिल जाती है। दूसरे शब्दों में जब दो या दो से अधिक सामाजिक विभिन्नताएं किसी अन्य सामाजिक विभिन्नता से मिल जाती है तो सामाजिक विभाजन बन जाता है। उदाहरण के लिए अमेरिका में अश्वेत और श्वेत में अंतर उन भिन्न जाति के कारण है, जो समाज की समाजिक विभिन्नता है। यह सामाजिक विभाजन तब बन जाता है जब आय संबंधी कारकों को भी उसमें देखा जाने लगता है। अश्वेत गरीब तथा बेघर होते हैं, जबकि श्वेत अमीर तथा शिक्षित होते हैं। इन्हीं कारणों से अश्वेत सामाजिक उत्पीड़न का शिकार होते हैं। जब एक तरह का समाजिक अंतर अन्य लोगों को यह महसूस होने लगता है कि वे दूसरे समुदाय के हैं तो इससे एक सामाजिक विभाजन की स्थिति पैदा होती है। - दबाव समूह तथा राजनीतिक दल में अंतर बताएँ।
उत्तर:- दबाव समूह और राजनीतिक दलों के बीच निम्न अंतर हैं।
दबाव समूह का कोई विशेष उद्देश्य नहीं होता। न ही वे देश की सत्ता पर अधिकार जमाना चाहते हैं। परंतु राजनीतिक दलों का मुख्य उद्देश्य सत्ता पर अधिकार जमाना होता है।
प्रायः यह देखा जाता है कि दबाव समूह और राजनीतिक दलों में आपसी संबंध नए रूप धारण कर सकते हैं, जैसे कई बार बड़े आंदोलन राजनीतिक आंदोलन का रूप धारण कर लेते हैं।
कई बार दबाव समूह राजनीतिक दलों द्वारा ही बनाए जाते हैं। जिसकी बागडोर राजनीतिक दलों के हाथों में होती है कभी-कभी राजनीतिक दलों को दबाव समूह के माध्यम से नेता भी मिल जाते हैं।
कुछ विषयों में आंदोलन दबाव समूह द्वारा कुछ नए मुद्दे उठाए जाते हैं और उन मुद्दों पर राजनीतिक गतिविधियां बननी शुरू हो जाती है अर्थात दबाव समूह द्वारा उठाया गया मुद्दा राजनीति बन जाता है। - मुद्रा आवश्यकताओं के दोहरे संयोग की समस्या को किस प्रकार सुलझाता है? उदाहरण देकर समझाइए।
उत्तर:- वस्तु विनिमय प्रणाली में मुद्रा का उपयोग किए बिना वस्तुओं का आदान-प्रदान किया जाता है। इसमें एक वस्तु लेते हैं तो दूसरी वस्तु देते हैं। इस कारण वस्तु विनिमय प्रणाली में मांगों का दोहरा संयोग होना एक आवश्यक विशेषता है। जबकि इसके विपरीत वस्तुओं के लेन-देन में मुद्रा का प्रयोग किया जाता है, वहां मुद्रा, विनिमय प्रक्रिया में एक मध्यस्थता के रूप में कार्य करती है। इसे निम्न उदाहरण से समझ सकते हैं।
वस्तु विनिमय प्रणाली में किसान के लिए यह जरूरी रह जाता है कि कपड़े निर्माता या जूते निर्माता को ढूंढे। जो ना केवल उसके अनाजों को खरीदे बल्कि बदले में उसे कपड़े और जूते भी बेचे। जबकि मुद्रा विनिमय प्रणाली में किसान को बाजार में केवल अपने अनाज बेचने होते हैं। और अनाज बेचकर मुद्रा प्राप्त करना होता है। इस मुद्रा से न केवल वह कपड़े और जूते खरीद सकता है बल्कि अपनी जरूरत की हर चीजों को खरीद सकता है।
इस प्रकार से मुद्रा वस्तुओं के आवश्यकताओं के दोहरे संयोग की समस्या को दूर करती है।
- उपभोक्ता सुरक्षा अधिनियम-1986 के निर्माण की आवश्यकता क्यों पड़ी?
उत्तर:- कम वजन तौलना, मिलावटी वस्तुएं, घटिया सामग्री, भ्रामक विज्ञान, जमाखोरी जैसे कारकों से बचने के लिए बाजार में उपभोक्ता को शोषण से बचाने के लिए कोई कानूनी व्यवस्था उपलब्ध नहीं थी। लंबे समय तक उपभोक्ताओं का शोषण उत्पादकों तथा विक्रेताओं के द्वारा किया जाता रहा। इस शोषण से उपभोक्ताओं को बचाने के लिए सरकार पर उपभोक्ता आंदोलनों के द्वारा दबाव डाला गया। यह वृहत् स्तर पर उपभोक्ताओं के हितों के खिलाफ और अनुचित व्यवसाय शैली को सुधारने के लिए व्यावसायिक कंपनियों और सरकार दोनों पर दबाव डालने में सफल हुआ। 1986 में भारत सरकार द्वारा एक बड़ा कदम उठाया गया। यह उपभोक्ता सुरक्षा अधिनियम 1986 कानून का बनना था. जो कोपरा (COPRA) के नाम से प्रसिद्ध है।
Section (D) दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
किन्हीं 04 प्रश्नों के उत्तर अधिकतम 250 शब्दों में दें। 5×4=20
- विश्वव्यापी आर्थिक महामंदी का भारत पर क्या प्रभाव पड़ा?
उत्तर: विश्वव्यापी आर्थिक महामंदी के कई प्रभाव पड़े।
1929 में शुरू हुई विश्वव्यापी आर्थिक महामंदी का भारत पर गहरा और व्यापक प्रभाव पड़ा, क्योंकि भारत उस समय ब्रिटिश शासन के अधीन था और उसकी अर्थव्यवस्था विदेशी व्यापार पर निर्भर थी। जैसे ही वैश्विक बाज़ारों में मांग घटी, भारत के प्रमुख निर्यात—कपास, जूट, चाय, गेहूँ—की कीमतें तेजी से गिर गईं। इससे किसानों की आमदनी आधी रह गई और ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबी तथा कर्ज संकट बढ़ गया।
उद्योगों पर भी बुरा असर पड़ा। जूट और कपड़ा उद्योगों का उत्पादन कम होने से कारखानों में मजदूरी घटाई गई और कई मजदूर बेरोजगार हो गए। व्यापार में गिरावट के कारण व्यापारियों को नुकसान सहना पड़ा और बैंकिंग क्षेत्र भी कमजोर हुआ।
ब्रिटिश सरकार ने राजस्व बढ़ाने के लिए करों में वृद्धि कर दी, जिससे आम लोगों पर आर्थिक बोझ और बढ़ गया। ग्रामीण और शहरी दोनों वर्गों में आर्थिक असुरक्षा का माहौल बन गया।
इस संकट का एक महत्वपूर्ण राजनीतिक प्रभाव भी देखा गया। जनता में ब्रिटिश आर्थिक नीतियों के प्रति असंतोष बढ़ा, जिससे स्वदेशी आंदोलन, नमक सत्याग्रह और अन्य राष्ट्रीय आंदोलनों को और बल मिला।
इस प्रकार, महामंदी ने भारत की कृषि, उद्योग, व्यापार और सामाजिक जीवन पर व्यापक नकारात्मक प्रभाव डाला तथा स्वतंत्रता आंदोलन को गति देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- उन्नीसवीं सदी में भारत में गरीब जनता पर मुद्रण संस्कृति का क्या असर हुआ? वर्णन कीजिए।
उत्तर:- 19वीं सदी में भारत में गरीब जनता पर मुद्रण संस्कृति का गहरा असर हुआ जो निम्न है-
(क) मुद्रण संस्कृति से देश की गरीब जनता अथवा मजदूर वर्ग को बहुत लाभ पहुंचा। इससे पुस्तकें इतनी सस्ती हो गई थी, कि पुस्तकें चौक चौराहों पर बिकने लगी जिससे गरीब मजदूर उन्हें आसानी से खरीद सकते थे।
(ख) बीसवीं शताब्दी में सार्वजनिक पुस्तकालय भी खुलने लगे थे, जिससे पुस्तकों की पहुंच और भी व्यापक हो गई। बेंगलुरु के सूती मिल के मजदूरों ने स्वयं को शिक्षित करने के उद्देश्य से अपने पुस्तकालय स्थापित किए। जिसकी प्रेरणा उन्हें मुंबई के मिल मजदूरों से मिली थी।
(ग) कुछ सुधारवादी लेखकों की पुस्तकों ने मजदूरों को जातीय भेदभाव के विरुद्ध संगठित किया। इन लेखकों ने मजदूरों के बीच साक्षरता लाने, नशाखोरी को कम करने तथा अन्याय के विरुद्ध आवाज उठाने का भरसक प्रयास किया, इसके अतिरिक्त उन्होंने मजदूरों तक राष्ट्रवाद का संदेश भी पहुंचाया।
(घ) मजदूरों का हित साधने वाले लेखकों में ज्योतिबा फुले, भीमराव अंबेडकर, रामास्वामी नायकर तथा काशी बाबा के नाम लिए जा सकते हैं। काशी बाबा कानपुर के एक मिल मजदूर थे। उन्होंने 1938 में छोटे और बड़े सवाल छपवा कर जातीय तथा वर्गीय शोषण के बीच का रिश्ता समझाने का प्रयास किया। - सत्ता की साझेदारी क्यों आवश्यक है? कारण दें।
उत्तर:- सत्ता की साझेदारी इसलिए जरूरी है क्योंकि सत्ता का बंटवारा होने से विभिन्न सामाजिक समूह के बीच टकराव कम हो जाता है। टकराव कम होने से सामाजिक हिंसा और अस्थिरता कम हो जाती है। सत्ता की साझेदारी लोकतंत्र की आत्मा है। लोकतंत्र का अर्थ होता है जनता द्वारा शासन । जनता के द्वारा चुने गए प्रतिनिधि अपने-अपने कार्य के प्रति उत्तरदायी होते हैं। जब उनके बीच सत्ता की साझेदारी कर दी जाती है तो भी अपने उत्तरदायित्व का निष्पादन स्वतंत्र रूप से कर सकते हैं। संविधान द्वारा उनके कार्य और अधिकार दे दिए जाते हैं। - लोकतंत्र में राजनीतिक दलों के कार्यों एवं भूमिकाओं का वर्णन करें।
लोकतंत्र में राजनीतिक दलों की भूमिका एवं कार्य निम्नलिखित है- (i) चुनाव- राजनीतिक दल का मुख्य कार्य होता है देश में सरकार गठन के लिए होने वाले राजनीतिक चुनाव में भाग लेना। राजनीतिक दल उम्मीदवारों का चुनाव कई तरीकों से करते है। (ii) नीतियों की घोषणा- घरेलू तथा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर देश के सामने कुछ सामाजिक, आर्थिक तथा राजनीतिक मसले होते हैं। राजनीतिक पार्टियां अलग-अलग नीतियों और विचारों को मतदाताओं के सामने रखती है तथा विभिन्न मसलों के समाधान के उपाय भी सुझाती हैं। (iii) जनमत निर्माण – राजनीतिक पार्टियां लोगों के हितों के मामलों को देश के सामने रखती है। इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, प्रेस, टेलीविजन तथा नुक्कड़ सभाएं जैसे जनसंचार के सभी माध्यमों का प्रयोग करती है। इस प्रकार राजनीतिक पार्टियां जनमत निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। (iv) सरकार बनाना तथा चलाना- सरकार बनाना राजनीतिक पार्टी का प्रमुख कार्य तथा उद्देश्य है। संसदीय व्यवस्था में, सत्ता में दल का नेता प्रधानमंत्री बनता है तथा वह अपनी कैबिनेट में अन्य मंत्रियों को नियुक्त करता है। (v) कानून का निर्माण – राजनीतिक दल कानून के निर्माण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। (vi) राजनीतिक दल सरकार और जनता के बीच कड़ी का काम करते हैं। (vii) जनता को शिक्षित करना- राजनीतिक मामलों में जनता को शिक्षित करने का काम राजनीतिक दल को है। वह अपने कार्यक्रमों, नीति और दृष्टिकोण जनता के सामने रखते हैं जिससे जनता को राजनीतिक शिक्षा मिलती है।
51. आर्थिक विकास में ऋण की भूमिका का विश्लेषण कीजिए।
उत्तर:- आर्थिक विकास में ऋण की भूमिका निम्नलिखित है-
(i) ऋण सामान्य रूप से दो स्रोतों से उपलब्ध होता है यह औपचारिक स्रोतों और अनौपचारिक स्रोत हो सकते हैं।
(ii) औपचारिक और अनौपचारिक उधार दाताओं के बीच ऋण की शर्ते काफी हद तक भिन्न होती हैं। वर्तमान में अमीर परिवार हैं जो औपचारिक स्रोतों से ऋण प्राप्त करते हैं जबकि गरीबों को अनौपचारिक स्रोतों पर निर्भर होना पड़ता है। यह अनिवार्य की औपचारिक क्षेत्र के कुल ऋण में वृदुधि हो, ताकि महंगे अनौपचारिक ऋण पर से निर्भरता कम हो। साथ ही बैंकों और सहकारी समितियों इत्यादि से गरीबों को मिलने वाले औपचारिक ऋण का हिस्सा बढ़ाना चाहिए।
(iii) प्रचलित स्थितियों में यदि गरीब लोगों को सही और उचित शर्तों पर ऋण उपलब्ध कराया जा सकता है, तो लाखों छोटे लोग अपनी लाखों छोटी-छोटी गतिविधियों के जरिए विकास का सबसे बड़ा चमत्कार कर सकते हैं।
52. मानचित्र में आणविक ऊर्जा केंद्र एवं तेल क्षेत्र के नाम का मिलान करें कैगा, रावतभाटा, तारापुर, मुंबई हाई और डिगबोई

उत्तर:-
डिगबोई
रावतभाटा
तारापुर
मुंबई हाई
कैगा
——– समाप्त
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